संकल्प शक्ति। मध्यप्रदेश के जि़ला-सागर मुख्यालय में दिनांक 21 अगस्त 2023 को भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने विशाल सद्भावना रैली निकाली। यह रैली कजलीवन ग्राउण्ड, सागर से प्रारम्भ हुई और नगरभ्रमण करके वापस कजलीवन ग्राउण्ड पहुँचकर आमसभा में परिवर्तित होगई।
इस अवसर पर आमसभा के मंच पर पहुंचे भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों- अध्यक्ष शक्तिस्वरूपा बहन संध्या शुक्ला जी, उपाध्यक्ष सौरभ द्विवेदी जी और महासचिव आशीष शुक्ला (राजू भइया) जी का स्वागत-वन्दन-अभिनन्दन करते हुए पार्टी के जि़लाध्यक्ष निरन सिंह जी ने कहा कि ”भय-भूख-भ्रष्टाचार और अनीति-अन्याय-अधर्म से मुक्त समाज का निर्माण करना ही हमारी पार्टी का लक्ष्य है। हम समाज के बीच जाकर, घर-घर जाकर लोगों का दु:ख-दर्द सुनते हैं, तो मन द्रवित हो उठता है। जहाँ देखो, वहाँ लोग वर्तमान शासन व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार से परेशान हैं। मेरा यही कहना है कि यदि इस भ्रष्टाचार से मुक्त होना चाहते हैं, तो भारतीय शक्ति चेतना पार्टी से जुड़ें और एक खुशहाल भारत का निर्माण करें।
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सिद्धाश्रमरत्न सौरभ द्विवेदी जी ने उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि ”आज की वर्तमान राजनीति कितनी विकृत होगई है, आप सभी जानते हैं। देश की वर्तमान राजनीति में अपना वर्चस्व बनाने वाले चाहे सत्तापक्ष के कथित राजनेता हों या विपक्ष के, सभी के द्वारा अनीति-अन्याय-अधर्म के रास्ते तय किए जा रहे हैं। राजनीति को इतना भ्रष्ट व दुष्कर बना दिया गया है कि सामान्य व्यक्ति इसमें प्रवेश करने से भी घबराता है।
भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यह ठान लिया है कि वे समाज की दशा और दिशा बदलकर रहेंगे। पार्टी के संस्थापक-संचालक सद्गुरुदेव श्री शक्तिपुत्र जी महाराज ने हमें मंत्र दिया है कि जाओ, हर गांव, कस्बे और शहर-शहर जाओ, लोगों के घरों तक पहुंचो और उनके जीवन में परिवर्तन लाओ। पार्टी के कार्यकर्ता इस मंत्र को लेकर समाजसुधार के कार्य में जुट गए हैं। परिवर्तन की जो यह लहर चल रही है, वह कार्यकर्ताओं के मेहनत का परिणाम है। जनसेवाव्रती होने के कारण ही आज भारतीय शक्ति चेतना पार्टी ने मध्यप्रदेश के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी अपना बिगुल बजा दिया है। मध्यप्रदेश को ही ले लें, घोटालों की लिस्ट बहुत लम्बी है, चाहे व्यापं घोटाला हो या खनन घोटाला, उन कथित घोटालों से आप सभी परिचित ही हैं। अब जब चुनाव नज़दीक है, तो प्रदेश की भाजपा सरकार के द्वारा जनता को बरगलाने के लिए न जाने कौन-कौन सी योजनाएं लागू की जा रही हैं।
विकास के नाम पर प्रदेशवासियों को, समाज को नशा पिलाया जा रहा है। सागर संभाग के ही अनेक ऐसे गांव हैं, जहाँ के लोग स्वच्छ पेयजल के लिए तरस रहे हैं। यदि इन्होंने विकास कार्य किए होते, तो आज इन्हें करोड़ों-करोड़ रुपए के विज्ञापन न निकलवाने पड़ते कि हमने ये किया, हमने वो किया। टीवी देखिये, अखबार देखिए, आएदिन झूठे विकास के विज्ञापन प्रकाशित करवाए जा रहे हैं। यदि यही करोड़ों-करोड़ रुपए वास्तव में विकासकार्यों में खर्च किए गए होते, तो आज इन्हें प्रचार के लिए विज्ञापन न निकलवाने पड़ते और सबकुछ जनता के सामने, आप लोगों के सामने होता।
पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष शक्तिस्वरूपा बहन सिद्धाश्रमरत्न संध्या शुक्ला जी ने आमसभा में उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए अपनी ओजपूर्ण वाणी में कहा कि ”इस आमसभा में इतनी बड़ी संख्या में आप लोगों का यहाँ उपस्थित होना और इससे पहले पार्टी की विचारधारा को लेकर आपने जो रैली निकाली, यह सब भ्रष्ट राजनेताओं के लिए सबक है। आपने ऐसा बिगुल बजाया है कि जब भ्रष्ट राजसत्ताओं को इसका पता चलेगा, तो उन्हें प्रतीत होगा कि जनता जाग चुकी है और अब उनकी दोहरी चाल नहीं चलेगी।
आज़ादी के 76 साल पूर्ण हो गए हैं और अभी हाल ही में 77वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाया गया, जोकि अत्यन्त ही खुशी एवं उल्लास का विषय है। हज़ार वर्ष की $गुलामी के बाद महापुरुषों के शौर्य और बलिदान से हमें यह आज़ादी मिली है। उन महापुरुषों ने हमारे आज़ाद भारत के लिए न जाने कैसे-कैसे सपने संजोये होंगे कि उनकी भावी पीढ़ी भय-भूख-भ्रष्टाचार से मुक्त जीवन प्राप्त करेगी। लेकिन, आज़ादी के बाद ऐसे लोगों के हाथों में सत्ता चली गई, जो अंग्रेज़ों के चाटुकार थे और आज भी आमसमाज अच्छी शिक्षा, अच्छे स्वास्थ्य, रोजगार, रोटी, कपड़ा, मकान, अच्छी सड़क, इन मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। तथाकथित भ्रष्ट पार्टियों ने इन 76 सालों में हज़ारों घोषणाएं कीं, लेकिन जनसेवा के क्षेत्र में 76 घोषणाएं भी पूरी नहीं की होंगी, केवल अपना धन-वैभव बढ़ाने में लगे रहे। यदि इन्होंने अपने घोषणापत्रों में किए गए वायदों को पूरा करने की दिशा में ईमानदारी से कार्य किया होता, तो आज गांव-गांव में एम्स जैसे अस्पताल होते, देश का युवावर्ग बेरोजगारी की मार न झेल रहा होता, अच्छी शिक्षण व्यवस्था होती, अच्छी सड़कें होतीं।
देश के गद्दारों ने देश को केवल लूटने का कार्य किया है। मध्यप्रदेश की ही बात ले लें, तो किसी ने मामा बनकर, तो किसी ने भाई बनकर, तो किसी ने विकास करने के नाम पर प्रदेश की जनता का पैसा लूटा और अब जब चुनाव नज़दीक है, तो लाड़ली बहना योजना चलाई गई है। वोट की राजनीति के लिए यह लाडली बहना योजना चलाई गई है। अरे, जब तक नशा बन्द नहीं होगा, तब तक ऐसी सभी योजनाएं निरर्थक हैं। एक-एक ग्राम पंचायत में लाखों-लाख रुपए के घोटाले हो रहे हैं और इस घोटाले की राशि कहाँ जा रही है, इससे आप लोग अनजान नहीं हैं। किसी भी सरकारी विभाग में चले जाइए, बिना रिश्वत दिए आपका काम हो ही नहीं सकता।
जागो भाईयों-बहनों, रेवड़ी बाटने वाले बहुत मिल जायेंगे, लेकिन सही रास्ता दिखाने वाला कोई नहीं मिलेगा। यदि चाहते हो कि भय-भूख-भ्रष्टाचार, जातपात का भेदभाव, अपराधिक गतिविधियाँ और शोषण बन्द हो, तो भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के नशे-मांसाहार से मुक्त चरित्रवान्, चेतनावान्, पुरुषार्थी और समाजसेवी प्रत्याशियों को वोट देकर अपना नेतृत्व सौंपें।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सिद्धाश्रमरत्न आशीष शुक्ला (राजू भइया) जी ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि ”अब हमें अपने लक्ष्य पर ध्यान देना है। एक रूपरेखा बना लेनी है कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लगभग 90 दिन शेष बचे हैं। केवल समाज को जगाने की ज़रूरत है, लोगों को भ्रष्ट पार्टियों, भ्रष्ट राजनेताओं के बारे में बताने की ज़रूरत है। इस 2023 के चुनाव में परिवर्तन अवश्य आयेगा, क्योंकि भारतीय शक्ति चेतना पार्टी विगत 10 वर्षों से नशे-मांसाहार और भय-भूख-भ्रष्टाचार, जातपात, छूआछूत के भेदभाव से मुक्त समाज निर्माण के लक्ष्य को लेकर कार्य कर रही है। यदि समाज को भारतीय शक्ति चेतना पार्टी का आकलन करना है, तो उन ग्राम पंचायतों में जाइए, जहाँ पार्टी के कार्यकर्ता सरपंच हैं, उन क्षेत्रों में जाइए, जहाँ पार्टी के कार्यकर्ता जनप्रतिनिधि हैं, मजाल है वहाँ कोई भी शराबमा$िफया घुसपैठ कर सके, वहाँ शराब का कारोबार कर सके और वहाँ की बहन-बेटियों के साथ कोई छेड़छाड़ करने की हिम्मत कर सके! ध्यान रखें कि भ्रष्टाचारियों की जड़ों को खोखला करने की सामथ्र्य केवल भारतीय शक्ति चेतना पार्टी में है। तो, दोनों हाथ उठाकर संकल्प लीजिए कि हम भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेंगे।
आमसभा के समापन अवसर पर आपने प्रेरित पंक्तियों के माध्यम से कहा-
”अंग्रेज़ों से आज़ादी के साल 76 बीत गए,
देश की खातिर हुए शहीदों के सपने भी रीत गए।
घुट-घुटकर फिर वही गुलामी कब तक हम दोहरायेंगे, कसम खाओ इस माटी की,
माटी का कर्ज चुकायेंगे।।
भारत माता की जय।