गोरखपुर। गोरखपुर जि़ले में चाचा के द्वारा अपनी भतीजे की हत्या कर देने का मामला प्रकाश में आया है। चार लाख रुपये के लिए रिश्ते के चाचा ने स्कूल से लौट रहे अपने भतीजे आयुष का अपहरण कर लिया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। बुधवार को पीडि़त पिता सत्यनारायण की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित रामसिंह पर अपहरण व हत्या का मु$कदमा दजऱ् करके उसे जेल भेज दिया है।
यह है पूरा मामला
हरपुर-बुदहट क्षेत्र के गोरेडीह निवासी सत्यनारायण सिंह व रामसिंह रिश्ते में भाई लगते हैं। दोनों गीडा की एक फैक्ट्री में काम करते हैं। सत्यनारायण का 10 वर्षीय बेटा आयुष गांव के विद्यालय में कक्षा तीन का छात्र था। बुधवार की सुबह 11 बजे वह सहपाठियों के संग घर आ रहा था। इसी दौरान रास्ते में चाचा राम सिंह मिल गया और चाकलेट दिलाने के बहाने उसे बाइक पर बैठाकर चला गया।
परिजनों ने बच्चे की तलाश शुरू की तो पता चला कि राम सिंह उसे ले गया है। परिवार के लोग राम सिंह के घर पहुंचे और पूछताछ की तो घर के लोग मारपीट पर आमादा हो गए। सत्यनारायण ने राम सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पहले वह इन्कार करता रहा, लेकिन सख्ती बरतने पर जुर्म स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि उसकी शादी तय है, जिसके लिए चार लाख रुपये की ज़रूरत थी। पता चला था कि सत्यनारायण के पास छह से सात लाख रुपये हैं।
रुपये के लालच में उसने भतीजे का अपहरण कर लिया। इस बात का कहीं भेद न खुल जाए, इसके डर से कटाई टीकर पुल के नीचे ले जाकर भतीजे का गला दबा दिया। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो आयुष मरणासन्न हालत में मिला। उसे बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया, जहां गुरुवार की सुबह उसकी मृत्यु हो गई।