नई दिल्ली। आतंकवाद को प्रश्रय देने के चीन के इरादे फिर से एक बार सामने आ गया है। उसने संयुक्त राष्ट्र में लश्कर-ए-तैयबा (एलएटी) के आतंकी साजिद मीर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रयास में अड़ंगा डाल दिया है। दरअसल मीर को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित कराने का प्रस्ताव अमेरिकी की तरफ से लाया गया था और भारत ने इसे अपना समर्थन दिया था, लेकिन चीन ने आखिरी वक्त टांग अड़ा दी।
साजिद मीर पर 2008 के मुंबई हमलों की साजिश रचने का आरोप है। अमेरिका के सहयोग से भारत ने उसे ब्लैक लिस्ट करने की योजना तैयार की थी। संयुक्त राष्ट्र की सिक्योरिटी काउंसिल की 1267 अल-कायदा सेंक्शन कमेटी के ज़रिये उसे काली सूची में डाला जाना था। ये तीसरी बार है जब चीन ने किसी आतंकी को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित कराने के प्रयास में अड़चन डाली है।
संयुक्त राष्ट्र में चीन इससे पहले अब्दुल रहमान के साथ जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर के भाई अब्दुल रउफ अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के अमेरिका और भारत के प्रयास को धाराशाई कर चुका है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र की कमेटी ने रमात-उद-दावा को टेरेरिस्ट फ्रंटग्रुप घोषित कर दिया है। ये लश्कर-ए-तैयबा की राजनीतिक शाखा मानी जाती है।