दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने पुलिस के वाहन को निशाना बनाकर ब्लास्ट किया। हमले में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इसके अलावा एक सिविलियन ड्राइवर की भी मौत हो गई। ब्लास्ट में 50 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। इससे सड़क में 10 फीट गहरा गड्ढा हो गया। डीआरजी यूनिट 08 लाख के इनामी नक्सली कमांडर जगदीश को पकडऩे निकली थी।
गौरतलब है कि डीआरजी स्टेट पुलिस की स्थानीय यूनिट है, जो नक्सल विरोधी ऑपरेशन के लिए बनाई गई है। इसमें स्थानीय युवाओं को ही भर्ती किया जाता है, क्योकि ये ट्राइबल भाषा को बहुत अच्छी तरह समझते हैं और इन्हें इलाके और जंगल की पूरी जानकारी होती है। कई बार डीआरजी में सरेंडर कर चुके नक्सलियों को भी शामिल किया जाता है। डीआरजी का गठन साल 2008 में हुआ था।