भोपाल। मध्यप्रदेश में 92 हजार से अधिक वकील हड़ताल पर हैं, जिससे सभी न्यायालयों में कामकाज प्रभावित है। कई मामलों में लोगों को जमानत नहीं मिल पाने से जेल में कैदियों की संख्या बढ़ रही है, वहीं हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद स्टेट बार काउंसिल ने दो टूक कह दिया है कि हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।
प्रदेशभर में वकीलों की हड़ताल का रविवार को तीसरा दिन है। वकीलों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को कहा है। भोपाल में जिला अभिभाषक संघ कार्यालय में अधिवक्ता संघों का महासम्मेलन होने वाला है। इसमें 52 जिलों के 158 तहसीलों से अधिवक्ता संघ के पदाधिकारी शामिल होने वाले हैं।
हड़ताल पर क्योंं हैं वकील?
हाईकोर्ट ने एक आदेश दिया था, जिसमें कहा था कि तीन माह में 25 पुराने केस निपटाने होंगे। यह आदेश दिसंबर 2022 में दिया गया था। इसके बाद से वकील इसका विरोध कर रहे हैं।