डर्मेटाइटिस, जिसे आम भाषा में एक्जिमा भी कहा जाता है, यह स्किन से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है जो कभी न कभी हर व्यक्ति को परेशान करती है। डर्मेटाइटिस से प्रभावित हिस्से पर खुजली, रैश, लाल रंग के निशान, हल्की जलन, सूजन जैसी प्रॉब्लम हो सकती है। कई बार स्किन के ज़्यादा ड्राई होने पर भी डर्मेटाइटिस का खतरा हो सकता है। चिकित्सकों के अनुसार, डर्मेटाइटिस एलर्जी में कई बार लाल रंग के निशान होने के साथ-साथ उस हिस्से से खून निकलता है। दिखने में बहुत ही छोटी सी यह बीमारी शारीरिक तौर पर तो नुकसान पहुंचाती ही है साथ ही मानसिक संतुलन भी खराब करती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि स्किन पर किसी भी तरह के घाव इंसान को पसंद नहीं आते हैं, लेकिन जब इस तरह की एलर्जी होती है, तो खुजली के कारण गुस्सा आना स्वाभाविक है।
डॉक्टरों का कहना है कि डर्मेटाइटिस जैसी स्किन एलर्जी रोजाना छोटी-छोटी लापरवाही के बरतने से होती है। खासकर बारिश के मौसम में थोड़ा बहुत भीगने के कारण भी हो सकती है। दरअसल बारिश के दौरान हल्की फुल्की बूंदा-बांदी में भीगने के बाद अक्सर लोग अपनी स्किन को पोछते नहीं है और काफी देर तक वैसा ही छोड़ देते हैं। नमी के लंबे समय तक स्किन पर रहने के कारण कई तरह की स्किन एलर्जी और डर्मेटाइटिस हो सकता है।
एलर्जी से बचाव के तरीके
- डर्मेटाइटिस से बचाव के लिए सबसे ज़्यादा महत्त्वपूर्ण यह है कि अपने जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव किए जाएं। खासकर जब आप पानी का इस्तेमाल कर रहे हों। अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग नहाने में आधे से एक घंटे का वक्त ले लेते हैं। नहाना हमारे लिए ज़रूरी है, लेकिन 10 से 12 मिनट से ज़्यादा नहीं।
- नहाने के लिए बहुत ज़्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल न करें। खासकर बारिश के मौसम में कोशिश करें कि गुनगुने पानी से नहाएं। शरीर में किसी तरह की एलर्जी न हो इसके लिए नहाने के पानी में थोड़ा सा नमक डालें।
- नहाते वक्त हार्ड साबुन या ऐसे शॉवर जेल का इस्तेमाल बिल्कुल न करें जिसके इस्तेमाल के बाद स्किन ड्राई होजाती है। संभव हो तो नहाते वक्त ऐसे साबुन का इस्तेमाल करें जिसमें मॉइस्चराइजर हो। नहाने के तुरंत बाद कपड़े न पहनें। पहले शरीर को अच्छे से टॉवल से पोंछे। टॉवल का इस्तेमाल करते वक्त ध्यान रखें कि यह ज़्यादा हार्ड न हो। शरीर को पोंछने के लिए कॉटन या माइल्ड क्लॉथ के कपड़ों से बना टॉवल उपयोग करें।
- अपनी स्किन को रोजानामॉइस्चराइज जरूर करें, ताकि स्किन में सॉफ्टनेस बनी रहे।
- डर्मेटाइटिस से बचाव के लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी है स्किन पर पानी देर तक जमा न होने दें। अगर आप बारिश में भीग रहे हैं, तो घर आते ही सबसे पहले कपड़े बदलें और स्किन को अच्छे से सुखाने के बाद ही कोई काम करें।