ईटानगर। सरकार द्वारा चीन के साथ बढ़ते गतिरोध के बीच अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास और मोबाइल टावर लगाने का निर्णय लिया गया है। इसका उद्देश्य इस क्षेत्र में संपर्क सुविधा को सुधारना है। भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच नौ दिसंबर को तवांग सेक्टर में हुए संघर्ष के बाद सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम को काफी महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है।
नए टावर लगाने हेतु तैयारियां
टावर लगाने के काम में रक्षा क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है। हालांकि, मागो, चूना और निलिया (जेमिथांग के पास) जैसे नागरिक क्षेत्रों को भी नजरअंदाज नहीं किया गया है। नए टावर लगाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, लेकिन सर्दी के मौसम में इस कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है।