नई दिल्ली। हेट स्पीच को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने टीवी चैनलों पर होने वाली डिबेट पर सवाल खड़े किए हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि सबसे ज़यादा हेट स्पीच मीडिया और सोशल मीडिया पर है। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार (21 सितंबर) को कहा कि इस मामले में सरकार मूक दर्शक क्यों बनी है? इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से दो सप्ताह में जवाब दाखिल करने को कहा है। वहीं इस मामले की अगली सुनवाई 23 नवंबर को होगी।
अदालत ने कहा कि अभद्र भाषा अलग-अलग स्वरूपों में हो सकती है। किसी एक समुदाय का उपहास करना और इसे मीडिया के माध्यम से प्रसारित करना विनाशकारी प्रभाव डाल सकता है। जस्टिस के एम जोसेफ और हृषिकेश रॉय की पीठ ने कहा कि केंद्र को यह बताना होगा कि क्या उसने इस विषय पर किसी $कानून को लाने पर काम कर रही है?