नई दिल्ली। कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी 1924 को समस्तीपुर के पितौंझिया गांव में हुआ था। उनका निधन 17 फरवरी 1988 को हुआ। उन्होंने पहली बार 1952 में विधानसभा चुनाव जीता था।
केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारतरत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया है। कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के सीएम और एक बार डिप्टी सीएम रहे। वे बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे। उन्होंने देश में पहली बार ओबीसी आरक्षण दिया था। वे पहले ऐसे सीएम थे, जिन्होंने अपने राज्य में मैट्रिक तक पढ़ाई मुफ्त कर दी थी।
कर्पूरी ठाकुर के फैसले देश में मिसाल बने
कर्पूरी ठाकुर को बिहार के समाजिक न्याय का मसीहा माना जाता है। उन्होंने पढ़ाई में अंग्रेज़ी की अनिवार्यता को समाप्त किया, बिहार में उर्दू को दूसरी राजकीय भाषा का दर्जा भी दिया। पिछड़े ही नहीं, अगड़ों को भी 03 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया। स्वतंत्रता का संघर्ष हो या जेपी का आंदोलन, कर्पूरी ठाकुर की भूमिका हमेशा अग्रणी रही।